भारत का जनतंत्र अत्याचार पर सबार
अति स्वयं मे छति है अतिवाद है आधार
किन्तु कुछ नहीं बहुत गलत कहता देश का कंर्धार
पूछो बता देगा टाटा बिरला अम्बानी सिब्बल या शरद पवार
गरीबो का बखरा क्या न अखरा दो हजार का जोतैदार
बी पि मनडल नाम था शायद जैशा कहता है अख़बार
पिछरी जाती मे अवतार धनि वग्र से जुरता तार
डा ० लोहिया रोकते रह गये फिर भी तोर दिया सरकार
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment